श्रीएसडी शर्मा से मुलाकात पूर्व चेयरमैन देवस्थानl
प्र. -वर्तमान सरकार को आप क्या सलाह देना चाहेंगे ?
उत्तर – हमारे पूर्ववर्ती कार्यों को भी अगर वर्तमान सरकार जारी रखे तो राजस्थान में देवदर्षन पर्यटन से राज्य को आर्थिक सहायता मिलेगी जैसे खाटूश्याम जी, सालासर, कैला देवी, चौथ का बरवाडा, चारभुजानाथ, नाथद्वारा, सांवरिया सेठ इत्यादि।
मंदिर में जो श्रद्धालू आते हैं, उनके लिये बढ़िया सुख-सुविधा विकसित की जाये जैसी अच्छी सड़कें, मंदिर में सुगम प्रवेश, गर्मी से बचने के लिये छांव की व्यवस्था, इत्यादि के लिये स्कीम बनायी गई थी। राज्य के प्रमुख संतो के करीब 34 पैनोरमा बनाये गये हैं। सबसे पहले मंदिर की जमीन का रिकार्ड ऑनलााइन किया जाना चाहिये। अगर अवैध कब्जे हैं तो उनको हटाकर वापस जमीन मंदिरों को दिलाई जाये। इसी प्रकार गिर्राज जी की चौरासी कोस की परिक्रमा का विकास हो। यदि इस दिशा में भी आगे बढ़े तो बहुत अच्छा होगा। आगे के 50 साल तक का प्लान बनाना होगा जिससे आने वाले श्रद्धालु और आने वाले यात्रियों को सुविधा मिले। विेदेश व अन्य राज्यों के यात्रियों के आने से रोजगार भी बढ़ेगा जिससे रेवेन्यु जनरेट होगी और देवस्थानों का कायाकल्प होगा।
प्र.- अवैध कब्जों को खाली कराने के लिये क्या किया जाना चाहिये ?
उत्तर – मंदिर की जो मूर्ति भगवान का श्री विग्रह होता है। उन्हें कानून नाबालिग माना जाता है। उनके देखरेख के लिये भूमि आवंटित की जाती थी। मंदिर का जो पंडित होता है, वही उनका कस्टोडियन गार्जियन होता है। वह उसी पैसे से मंदिर का प्रबन्धन भी करता है। कभी कभी देखरेख के अभावों में मंदिर की भूमि पर कब्जे हो जाते हैं परन्तु कानूनन उनको कोई भी खुर्द बुर्द कर सकता है और ना ही लीज पर दे सकता है। ये सब सरकार की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है। इन सभी अवैध कब्जों को खाली करवा कर वापस मंदिरों की देखरेख हेतु इन्हें सौंपा जाये। Also Read Below News:-