मुलाकात के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाएं होना लाज़मी है। एक साल का रिपोर्ट कार्ड तो क्या देंगे, यह रिपोर्ट तो खुद PM जयपुर आकर बता चुके। अब तो विधानसभा सत्र आने वाला है, उससे पहले सत्ता व प्रशासन में अहम बदलाव हो सकते है मंत्रिमंडल में फेरबदल इन दिनों “प्राथमिकता” पर है। विवादित व कमजोर परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों की छुट्टी होना तय है। एक मंत्री का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया जाएगा। उन मंत्रियों के विभाग में बदले जाएंगे, जिनकी मौजूदा विभाग में रुचि नहीं है शुरुआती मंत्रिमंडल शायद “कमजोर होमवर्क” से बन गया, इसलिए अब मुख्यमंत्री अगले चार साल को ध्यान में रखते हुए “परफेक्ट होमवर्क” कर रहे है। वैसे अनुभवी चेहरे भी होने चाहिए, जो सदन में सरकार की “साख” बचा सके। वरना विधानसभा के पिछले सत्र में तो हम मंत्रियों की “परफॉर्मेंस” देख ही चुके मुख्यमंत्री को RPSC, अहम बिल व SI भर्ती पर भी फैसला लेना है प्रशासनिक ढांचे में भी अब बदलाव की जरूरत महसूस होने लगी है
खैर अभी तो तस्वीर वाली मुलाकात “शिष्टाचार” बताई जा रही है, लेकिन परिणम जल्दी ही सामने आ जाएंगे