योग से मधुमेह नियंत्रण संभव: योगापीस संस्थान तथा इंडियन योगा एसोसिएशन ने आयोजित की विशेष कार्यशाला
Diabetes control is possible through yoga: YogaPeace Institute and Indian Yoga Association organized a special workshop
योगापीस संस्थान तथा इंडियन योगा एसोसिएशन के तत्वावधान में आज कृष्ण कृपा अपार्टमेंट, शास्त्री नगर में “मधुमेह नियंत्रण में योग की भूमिका” विषय पर एक विशेष जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित योग गुरु एवं चिकित्सकों ने मधुमेह रोगियों के लिए योग के महत्व पर विस्तृत जानकारी साझा की।
योगाचार्य ढाकाराम ने बताए मधुमेह-रोधी आसन
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं योगापीस संस्थान के संस्थापक योगाचार्य ढाकाराम जी ने अपने संबोधन में कहा, “आधुनिक जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों के कारण मधुमेह तेजी से फैल रहा है। नियमित योगाभ्यास से न केवल ब्लड शुगर नियंत्रित होता है, बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।” उन्होंने मधुमेह रोगियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी आसनों और प्राणायाम का लाइव प्रदर्शन कर उनके लाभ बताए।
डॉक्टरों ने दी वैज्ञानिक जानकारी
– डॉ. अरुण जोशी ने योग और शरीर विज्ञान पर चर्चा करते हुए बताया, “अध्ययनों से पता चला है कि प्रतिदिन 45 मिनट योग करने से इंसुलिन संवेदनशीलता 18-25% तक बढ़ जाती है, जो मधुमेह प्रबंधन में महत्वपूर्ण है।”
– डॉ. सुनील ढंड ने जोर देकर कहा, “तनाव मधुमेह का प्रमुख कारण है। योग व प्राणायाम करने से हाइपरटेंशन और एंजायटी कम होता है और बीमारियों का प्रमुख कारण भी तनाव व एंजायटी है।”
स्वास्थ्य जांच एवं प्रश्नोत्तरी
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों की निःशुल्क ब्लड शुगर जांच की गई। साथ ही, “मधुमेह और योग” पर एक रोचक क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विजेताओं को योगापीस संस्थान की ओर से पुस्तकें एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
समापन एवं आभार
अंत में संस्था के स्वयंसेवकों श्री मेघ सिंह और श्री हरी सिंह सोलंकी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। योगाचार्य ढाकाराम ने घोषणा की कि संस्थान की ओर से प्रतिमाह ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।