वा णी उत्सव का हुआ आग़ा ज, रा त्रि में वि ख्या त कला का रों ने बि खेरी सुरसु लहरि याँ
आज दो पहर तक चलेगा कल रा त 8.30 बजे से शुरूशु हुआ भजनों का दौ र
भजन सम्रा ट दा न सिं हसिं की चतुर्थतु र्थ पुण्पुयति थि पर आज हो गी पुरपुस्का रों की घो षणा
बा ड़मेर : रुमा देवी फा उंडेशडे न व ग्रा मी ण वि का स एवं चेतना संस्सं था न के संयुसं क्युत तत्वा धा न में आयो जि त वी णा पर
पा रंपरि क वा णी गा यन के संरसं क्षण को समर्पि तर्पि वा णी उत्सव का आरम्भ जसदेर ता ला ब, शि वशक्ति धा म में हुआ।
जि समें कल वा र्ता सत्र व रा त्रि भजन प्रति यो गि ता एं आयो जि त की गई।
2 दि वसी य वा णी उत्सव में रा जस्था न व अन्य रा ज्यों के भजनी कला का र पहुँचे हैं। जि न्हों ने रा त्रि भजन प्रति यो गि ता
में अपनी बेहतरी न भजन प्रस्तुतितुतियां दी ।
संस्सं था न सचि व वि क्रम सिं हसिं ने बता या की वा णी उत्सव की शुरुशुआत शा म 6 बजे से हुई। वा णी भजन कला का रों में
उत्सा ह का मा हौ ल रहा । भजनी कला का रों के आने का सि लसि ला परसों शा म से ही शुरूशु हो गया था । कई भजनी
कला का र 700 कि लो मी टर से अधि क की दूरीदूरी तय कर वा णी उत्सव में सम्मि लि त हो ने के लि ए पहुंचे हैं। वी णा पर
पा रंपरि क वा णी भजन गा यन का दौ र कल रा त्रि 8.30 बजे से ही शुरूशु हो गया था जो आज दो पहर तक चलता
रहेगा ।
भजन प्रति यो गि ता के बा रे में अधि क जा नका री देते हुए उन्हों ने बता या की वा णी उत्सव की शुरुशुआत ती न वा र्ता सत्रों
से हुई। जि सके अंतअं र्गतर्ग “मरुभूमिभूमि के संतसं व उनकी वा णि यां ”, “संतसं सा हि त्य, उल्ट वा णी कबी र व गो रख”, “हरि को
भजे सो हरि को हो ये” (सा मा जि क समरसता के सन्दर्भ में) पर वा र्ता एं आयो जि त हुई। उसके पश्चा त वा णी भजन
प्रति यो गि ता ओं का आयो जन हुआ।
जि नमें मरुभूमिभूमि के संतसं व उनकी वा णी यों पर दी प सिं हसिं भा टी , आदर्श कि शो र जा णी व वि क्रम सिं हसिं गो दा रा ने तथा
उल्टी वा णी पर आदर्श कि शो र जा णी व सो हन ला ल परमा र ने वा र्ता एं की ।
पुरपुस्का र के लि ए प्रा प्त एक हजा र से अधि क आवेदनों में से चयनि त भजन कला का रों ने अपनी प्रस्तुतितुतियां दी ।
जि नमे महेशा रा म ने गुरुगु रा मा नंदनं ऐसा में का म कि या ….
मो टा रा म ने ऐसा अवसर बा र बा र नही आवे…
तेजते भा रती गो स्वा मी ने डूंगडूं रपुरीपुरी जी के भजनों की प्रस्तुतितुतियां दी ।
इनके अला वा देरा ज रा म, कहरा रा म सणपा , तेजाते जारा म जो गू,गूदूदादूदारा म, मा नजी रा म ढगा री , प्रका श खट्टू, भल्लूरालूराम,
चि मा रा म, अजा रा म मेघवा ल, केलम, दरि या कि शन कुमा र, लि छमण रा म, रतन पुरीपुरी गो स्वा मी ,गी ता सिं हसिं ,
ना रणा रा म,अशो क सहेलि या , रा मा रा म, जबल दा न, करसनरा म मा जि रा ना , का लूरालूराम, गो पा रा म मेघवा ल, उगम दा न,
तमा ची रा म, उत्तम सिं हसिं , मा ला रा म मेघवा ल समेत 100 कला का रो की प्रस्तुतितुतियां चलती रही ।
आज हो गी इस सा ल के दा नजी स्मृतिमृति मा रवा ड़ भजनी पुरपुस्का रों की घो षणा
वा णी उत्सव के दुसदु रे दि न या नी आज, दा न सिं हसिं की चतुर्थतु र्थ पुण्पुयति थि पर उनकी स्मृतिमृति में दा नजी स्मृतिमृति मा रवा ड़
भजनी पुरपुस्का र समा रो ह सुबसु ह 9 बजे से आयो जि त हो गा , जि समें 4 श्रेणि यों में 1 ला ख रुपये के पुरपुस्का रों की घो षणा
हो गी । वी णा वा द्य यन्त्र संरसं क्षण हेतु 50 वी णा भेंट कर कला का रों का हौ सला अफजा ई करने का लक्ष्य रखा गया था
जि में से तै हो के हैं जि वि र्य में कि ये शे नि र्मा हैं1
वाणी उत्सव का हुआ आग़ाज, रात्रि में विख्यात कलाकारों ने बिखेरी सुर लहरियाँ Vani Utsav started, famous artists spread waves in the night
जि नमें से 30 वी णा तैयातै यार हो चुकेचुके हैं। जि नका वि तरण का र्यक्रर्य म में कि या जा येगा तथा शेषशे 20 वी णा नि र्मा णा धी न हैं
जि न्हें बा द में वि तरि त कि या जा येगा ।
इनकी उपस्थि ति में हुई भजन प्रति यो गि ता एं
वा णी उत्सव में भजन प्रति यो गि ता एं आयो जि त हुई जि समे श्री श्री 1008 प्रता प पूरीपूरी जी महा रा ज, श्री श्री 1008
खुशाखु शाल गि री जी महा रा ज, सेवा नि वृत्तवृ IPS सां गा रा म जां गि ड, डॉ . रा केश कुमा र महा नि देशक हस्तशि ल्प नि र्या त संवसं र्धनर्ध
परि षद नई दि ल्ली , नरपत सिं हसिं ,खरता रा म गौ दा रा , उदा रा म मेघवा ल,यशो दा चौ धरी , कौ शल्या चौ धरी ,संध्सं या चौ धरी ,
रा मसिं हसिं वि श्नो ई, पूनपू म रा जस्था नी , नरपत मूढ़मू , खेरा ज रा म प्रजा पत, लक्ष्मी चौ धरी , भंवभं री वि श्नो ई, जैसजै लमेर जि ला
प्रमुखमु प्रता प सिं हसिं समेत दूरदू दूरदू से आए गणमा न्य लो ग मौ जूदजू रहे।
वाणी उत्सव का हुआ आग़ाज, रात्रि में विख्यात कलाकारों ने बिखेरी सुर लहरियाँ Vani Utsav started, famous artists spread waves in the night