जयपुर, 14 मई। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि आगामी 7-8 अक्टूबर को होने वाले ‘इन्वेस्ट राजस्थान समिट-2022’ के लिए प्रदेश स्तर पर इस तरह का इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली माहौल बनाया जाए कि देश का हर उद्यमी राजस्थान में निवेश करने के लिए उत्सुक रहे।
श्रीमती शर्मा शनिवार को शासन सचिवालय में समिट के लिए की जा रही तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा कर रही थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की समृद्धि के लिए अधिक से अधिक निवेश होना जरूरी है। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों से स्थानीय क्षेत्रों पर हुए एमओयू और एलओआई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा एमओयू धरातल पर उतरे जिला स्तर पर इसके लिए अधिक से अधिक प्रयास होने चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि ‘इन्वेस्ट राजस्थान’ की थीम ‘कमिटेड, डिलिवर्ड’ रखी गई है। हम ना केवल उद्यमियों के साथ बेहतर उद्योगों के लिए वादा करेंगे बल्कि उन्हें धरातल पर भी उतारेंगे। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर उद्योगों की स्थापना के लिए बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने जिला कलेक्टरों को स्थानीय उद्यमियों से मिलकर आने वाली सभी समस्याओं के निस्तारण के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान खान, राजस्व, विद्युत, नगरीय एवं स्वायत्त शासन, कृषि, पर्यटन, स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव व सचिवों से भी बात कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में सभी संभागीय आयुक्त जिला कलेक्टर व संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे। बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना से संबंधित वर्ष 2019-20 से 2022- 23 तक की बजट घोषणाओं के संदर्भ में भूमि आवंटन के लंबित प्रकरणों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग श्रीमती वीनू गुप्ता ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि वे स्थानीय इन्वेस्टर्स को वीसी के माध्यम से या व्यक्तिगत बुलाकर चर्चा करें। उन्होंने कहां की स्थानीय स्तर पर होने वाले निवेश से स्थानीय रोजगार की संभावना अधिक बढ़ जाती है। इस दौरान रिको प्रबंधक श्रीमती अर्चना सिंह, बीआईपी आयुक्त श्री इंद्रजीत सिंह, उद्योग आयुक्त श्री महेंद्र कुमार पारख समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि राज्य सरकार प्रदेश में निवेश के प्रवाह को बढ़ाने के लिए इन्वेस्ट राजस्थान जैसा महत्वाकांक्षी कार्यक्रम करने जा रही है। इसमें भौतिक रूप से 3000 से अधिक और वर्चुअल रूप से 5000 से अधिक निवेशक शामिल होंगे। यह उपस्थिति राजस्थान के औद्योगिक विकास को मजबूती प्रदान करेगी। यह आयोजन 7-8 अक्टूबर को राजधानी जयपुर में आयोजित होना प्रस्तावित है।