#आध्यात्मिक और #धार्मिक रूप से 'तुलसी' का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व हैl Religiously, 'Tulsi' has special significance in Indian culture

#आध्यात्मिक और #धार्मिक रूप से ‘तुलसी’ का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व हैl Religiously, ‘Tulsi’ has special significance in Indian culture

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‘#तुलसी’#किसदिशामेंलगानाचाहिए ??
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आध्यात्मिक और #धार्मिक रूप से

‘तुलसी’ का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व है। पूजा पाठ और धार्मिक कार्यों में ‘तुलसी’ के पौधे और इसके पत्तियों का अति महत्व है।
शास्त्रों में ‘तुलसी’ को माँ लक्ष्मी का रूप माना जाता है।
‘तुलसी’ भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। जिस घर में ‘तुलसी’ होती है वहाँ माँ लक्ष्मी की कृपा बरसती रहती है।
‘तुलसी’ की पत्तियां कई तरह के रोगों का भी खात्मा करती हैं।आयुर्वेद में ‘तुलसी’ के पत्तियों से कई प्रकार की दवाईयां भी बनाया जाता है। इसके अलावा इनकी पत्तियों के नित्य सेवन को भी गुणकारी बताया गया है।
रंग रूप एवं गुण बिशेष के आधार पर ‘तुलसी’ कई प्रकार की होती है:- जैसे राम तुलसी, श्याम तुलसी, लक्ष्मी तुलसी, भू तुलसी, नील तुलसी, रक्त तुलसी, वन तुलसी, श्वेत तुलसी, ज्ञान तुलसी, नींबू तुलसी आदि। ज़्यादातर घरों में कुछ ही प्रकार की ‘तुलसी’ का पौधों का प्रयोग होता है जैसे कि राम तुलसी, श्याम तुलसी, नींबू तुलसी आदि।

▪️ #राम_तुलसी :- घरों में ज़्यादातर जिस तुलसी का प्रयोग किया जाता है वो है राम तुलसी। राम तुलसी के पौधों की पत्तियां हल्के हरे रंग की होती हैं एवं टहनियां सफेद से हल्के हरे रंग की होती हैं। राम तुलसी का स्वास्थ्य और धार्मिक दोनों तरह से प्रयोग किया जाता है।

▪️ #श्याम_तुलसी:- दूसरी सबसे ज़्यादा प्रयोग की जाने वाली तुलसी की किस्म है श्याम तुलसी। श्याम तुलसी की पत्तियां गहरे हरे रंग और हल्के बैंगनी रंग की होती है। श्याम तुलसी को कृष्ण तुलसी भी कहा जाता है। राम तुलसी की तुलना में श्याम तुलसी का स्वाद ज़्यादा तेज़ होता है।

▪️ #नींबू_तुलसी :- तुलसी की एक और फेमस किस्म है नींबू तुलसी। यह तुलसी स्वास्थ्य के लिहाज़ से बेहद फायदेमंद है। इसमें तुलसी एवं लेमन ग्रास दोनों के गुण मौजूद होते हैं। इस किस्म की तुलसी में नींबू जैसी खुशबू आती है।

वास्तु के अनुसार तुलसी का पौधा निम्न दिशा में लगाना चाहिए –

?#उत्तरदिशा_

उत्तर दिशा देवी देवताओं की जगह होती है। उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर से तमाम तरह की नेगेटिविटी खत्म होती है और घर में मांगलिक कार्य शुरू होते हैं।
उत्तर दिशा में तुलसी लगाने से और रोज़ाना तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से घर में बरकत होती है।

?#उत्तरपूर्वदिशा

उत्तर के बाद तुलसी का पौधा लगाने के लिए सर्वोत्तम जगह उत्तर-पूर्व दिशा है जिसे ईशान कोण भी कहा जाता है।
वास्तु की दृष्टि से यह दिशा अति उत्तम है। इस दिशा में तुलसी को रखने से घर के वास्तु दोष अपने आप ठीक होने लगते हैं और घर के लोगों की तरक्की होती है।
इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से मां लक्ष्मी की अपार कृपा प्राप्त होती है।

?#पूर्वदिशा_

पूर्व दिशा से सूर्य का उदय होता है पूर्व दिशा ही पृथ्वी का आधार है। पूर्व में भगवान सूर्य का वास होता है।
इस दिशा की ओर मुख करके तुलसी का पौधा लगाने से रुके हुए कार्य सुचारू रूप से शुरू होने लगते हैं और घर में बुरी शक्तियों वास नहीं हो पाता।

?#पश्चिमदक्षिणदिशा

घर के पश्चिम-दक्षिण में तुलसी का पौधा लगाने से नौकरी में तरक्की और सरकारी जॉब के रास्ते खुलते हैं।
आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। घर में अन्न व धन की बरकत बनी रहती है।

?#दक्षिणपूर्वदिशा

यदि आप धन धान्य से परिपूर्ण होना चाहते हो या आपके जीवन या पारिवारिक लोगों की ज़िंदगी में धन संबंधी परेशानी चल रही है तो इस दिशा में तुलसी लगाना सबसे उत्तम है।
वास्तु के अनुसार इस दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है।
इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से कुबेर देवता की कृपा बनी रहती है।

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