जयपुर। विप्र फाउंडेशन ने चांदी की टकसाल प्रकरण में मंदिर श्री गिरधारी जी के पुजारियों को बेवजह प्रताड़ित किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा मंदिर पुजारी परिवार को न्याय दिलवाने की मांग की हैं।
विप्र फाउंडेशन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश कर्नल ने मंदिर से जुड़े वास्तविक दस्तावेज मीडिया के समक्ष पेश करते हुए बताया कि पुजारी परिवार को कानून पर पूरा भरोसा हैं इसीलिए उक्त भूमि प्रकरण में न्यायालय की शरण ली। न्यायालय से पुजारी परिवार के पक्ष में अब तक जो भी फैसले हुए उसकी पत्रावली के अवलोकन से साफ हो जाएगा कि पुजारी परिवार ने न्यायिक लड़ाई जीती हैं।
प्रेस कान्फ्रेस में पुजारी परिवार के सदस्य देवेंद्र, ललित मौजूद थे। उन्होंने मंदिर भूमि प्रकरण की सिलसिलेवार जानकारी दी और बताया कि इस प्रकरण में पुजारी परिवार को बेवजह लपेटा जा रहा हैं। घटनाक्रम के बाद से तो पुलिस ने हमे पूरी तरह बंधक बनाकर रख दिया है। पूरा परिवार किसी अनहोनी घटना घटित होने की आशंका से भयग्रस्त हैं। मंदिर के पास निगम ने जिस भवन को जमींदोज किया है उस भी मंदिर बुर्ज क्षतिग्रस्त हो गए। इस लापरवाही से मंदिरो को पहुंची क्षति को लेकर स्थानीय नागरिकों में भी रोष हैं। मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने वाले निगम कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।
कर्नल ने पुजारी परिवार को न्याय, मंदिर भूमि को संरक्षित करने तथा उच्च अधिकारी से निष्पक्ष की, कार्रवाई के दौरान मंदिर को क्षति पहुंचाने वाले दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई मांग करते हुए मुख्यमंत्री, डीजी पुलिस और जिला कलेक्टर को ज्ञापन भेजा है जिसमें न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी हैं।
Rajesh Colonel became the vocal voice of the priests. Have demanded an unbiased investigation to get justice to the temple priest's family.