सात दिन के नवजात शिशु के मुंह में तलवे में छेद होने के कारण दुध पीने में बाधा उत्पन्न हो रही थी जिस कारण से शिशु को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पा रहा था जिससे शिशु का शारीरिक विकास नहीं हो पाता। जब शिशु को दुध पिलाया जाता था तो वह नवजात शिशु के भोजननली में ना जाकर नाक द्वारा वापस बाहर निकल जाता था।
Digital impression of the baby’s mouth was taken with the help of digital dental scanner.
जन्म के तुरन्त बाद ही शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा माता पिता को बताया गया कि शिशु के तलवे में छेद हैं। तब शिशु रोग विषेशज्ञ द्वारा सलाह दी गयी। कि इस परिस्थिति में शल्य चिकित्सा द्वारा इस समस्या का इलाज किया जाना संभव है परंतु शल्य चिकित्सा द्वारा इलाज 6 से 9 माह में किया जा सकता हैं इससे पहले ये संभव नहीं है। तब शिशु रोग विशेषज्ञ ने साथ ही सुझाव दिया की इस समस्या के समाधान हेतु आपको शिशु विषेशज्ञ दंत चिकित्सक से परामर्श किया जाना चाहिए।
तब शिशु के माता पिता ने विज्डम डेण्टल क्लिनिक में शिशु विशेषज्ञ दंत चिकित्सक डाॅ गौरव गुप्ता से परामर्श किया गया तब डाॅ गौरव गुप्ता द्वारा नवीनतम तकनीक से इस समस्या का इलाज किया जाना संभव बताया गया जो कि एक दंत चिकित्सा क्षेत्र मंे अत्याधुनिक नवीनतम तकनीक है। जिससे नवजात शिशु को शल्य चिकित्सा से पहले आसानी से पोषण प्राप्त हो सकेगा।
डाॅ गौरव गुप्ता द्वारा दिये गये परामर्श; ;सलाह के अनुसार डिजिटल डेन्टल स्कैनर के सहायता से शिशु के मुंह का डिजिटल इम्प्रेशन लिया गया। इस जटिल एवं संवेदनशील प्रकिया में जर्मनी की विशेषतम तकनीक द्वारा Dentsply Sriona Omnicam, Prime Scan की सहायता से डिजिटल स्कैन किया गया। इसके पश्चात Intraoral Plate बनाई गयी जो कि शिशु को दुध पिलाने के समय लगाने की सलाह दी गयी जिससे शिशु कोे अच्छे से दुध पिया जा सके जिससे दुध नाक से बाहर ना आकर भोजन नली में जा सके। और नवजात शिशु का शारीरिक विकास अच्छे से हो सके।
विज्डम डेण्टल क्लिनिक में डाॅ डीेके गुप्ता और डाॅ गौरव गुप्ता डाॅ नीलजा गुप्ता द्वारा इस प्रकार की नवीनतम एवं अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा नवजात शिशु ध्वयस्क एवं वृद्ध व्यक्तियों का इलाज कम से कम समय में पिछले कई वर्षाे से सफलता पूर्वक किया जा रहा है।