Awareness program and registration camp organized under Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम एवं पंजीकरण कैम्प का हुआ आयोजन

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम एवं पंजीकरण कैम्प का हुआ आयोजन

Awareness program and registration camp organized under Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana

जयपुर, 24 जनवरी। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र जयपुर एवं भारत सरकार सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, एमएसएमई विकास कार्यालय जयपुर, द्वारा गुरुवार को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर जागरूकता कार्यक्रम एवं पंजीकरण कैम्प का आयोजन किया गया।

एमएसएमई विकास कार्यालय जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में इस योजना के तहत 18 व्यवसायों से सम्बंधित कारीगरों को प्रोत्साहन हेतु प्रशिक्षण, टूल किट एवं ऋण आदि की सुविधा दी जाएगी ।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की जानकारी विस्तार से दी गयी एवं साथ ही कारीगरों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी किया गया। प्रोग्राम में जेम पोर्टल की जानकारी के साथ साथ राज्य व केन्द्र सरकार की विभिन्न स्कीम की भी जानकारी दी गयी ।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि श्री अरुण खटोड ने बताया की माननीय प्रधानमंत्री कि प्रधानमंत्री विष्वकर्मा योजना का उद्देष्य असंगठित कारीगरों को मुख्यधारा में जोड़ना है जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को और भी मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने इस योजना को जन जन तक पहुचाने हेतु सभी प्रतिभागियों से आह्वान किया।

निदेशक, भारत सरकार सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय श्री वी. के. शर्मा ने सभी विश्वकर्माओं का कारीगर से निर्यातक बनने के लिए प्रेरित किया। जिला उद्योग केंद्र जयपुर के महाप्रबंधक श्री सुभाष शर्मा एवं श्रीमती शिल्पी राजपुरोहित ने विभिन्न राज्य सरकार की योजनाओं एवं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की जानकारी दी।

आई.आई.सी.डी. की निदेशक डॉ तुलिका गुप्ता ने भी कारीगरों को नए डिजाईन व मार्केटिंग के बारे में जागरूक किया। सी.एस.सी. के राज्य प्रमुख श्री आशीष पंवार एवं उनके टीम द्वारा पी. एम. विश्वकर्मा में पंजीकरण की प्रक्रिया को विस्तार से बताया।

कार्यक्रम में एन.एस.डी.सी, बैंक एवं जेम अधिकारियों द्वारा भी प्रेजेंटेशन दिए गए। कार्यक्रम में लगभग 200 कारीगरों ने भाग लिया व योजना की जानकारी हासिल की। साथ ही लगभग 80 कारीगरों ने पी.एम. विश्वकर्मा एवं जेम पोर्टल पर सफलतापूर्वक पंजीकरण भी किया।

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