?बीसलपुर बांध से आज 3 साल बाद छलकेंगी खुशियां, 2 साल तक 1 करोड़ लोगों की बुझेगी प्यास
बीसलपुर बांध से 3 साल बाद खुशियां छलकेंगी. बुधवार को बीसलपुर बांध ओवरफ्लो होने की पूरी उम्मीद है. बांध के भरने से जयपुर, दौसा, अजमेर और टोंक के लिए दो साल का पानी स्टोरेज होगा.
जयपुर:- राजधानी जयपुर समेत चार जिलों की लाइफलाइन बीसलपुर बांध से 3 साल बाद खुशियां छलकेंगी. बुधवार को बीसलपुर बांध ओवरफ्लो होने की पूरी उम्मीद है. बांध के भरने से जयपुर, दौसा, अजमेर और टोंक के लिए दो साल का पानी स्टोरेज होगा. इसके अलावा 8 टीएमसी सिंचाई के लिए भी किसानों को पानी मिल पाएगा. बीसलपुर बांध में सबसे अधिक पानी त्रिवेणी नदी से आता है.
त्रिवेणी नदी 7 मीटर की उंचाई पर बह रही
त्रिवेणी इस समय उफान पर है,अपना रौद्र रूप दिखा रही है. त्रिवेणी नदी 7 मीटर के आसपास की उंचाई पर बह रही है. लगातार तेजी से पानी की आवक के बाद अब यही माना जा रहा है.आज ही बीसलपुर बांध पर खुशियों की चादर चल सकती है.आज तीन साल बाद बीसलपुर बांध ओवरफ्लो होगा,यानि अब बीसलपुर बांध 2 साल तक 1 करोड़ लोगों की प्यास बुझा पाएगा.
त्रिवेणी के साथ-साथ अजमेर की ढाई और खारी नदी से भी बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज हो रही है. अजमेर की खारी नदी 1.15 मीटर और डाई नदी 3 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है. इसके अलावा टोंक की नदियों का पानी भी बांध में आ रहा है.
21 शहर, 2800 गांवों का संकट दूर, सिंचाई के लिए भी पानी
बांध के ओवरफ्लो होने के बाद जयपुर, अजमेर, टोंक, दौसा के लिए 2 साल का संकट दूर होगा. इस बांध से 21 शहरों 2800 से अधिक गांवो की प्यास बुझ पाएगी. बांध में 90 फीसदी से ज्यादा पानी आ चुका है.पेयजल से साथ साथ अब किसानों को भी सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा. बांध में 8 टीएमसी सिंचाई के लिए पानी आरक्षित है, अबकी बार 100 % आरक्षित पानी सिंचाई के लिए किसानों को मिल सकेगा.
बांध के गणित
कुल भराव क्षमता 39.70 टीएमसी
उपयोग क्षमता 33.15 टीएमसी
बांध में पानी 34.98 टीएमसी दोपहर 12 बजे तक
सिंचाई के लिए 8 टीएमसी
बीसलपुर बांध 2019 में आखिरी बार हुआ था ओवरफ्लो
बीसलपुर बांध बनने के बाद पहली बार 2004 में चादर चली थी. उसके बाद 2006 फिर 2014 और 2016 में पूर्ण भराव के साथ बांध के गेट खुल चुके हैं. आखिरी बार 2019 मे बीसलपुर ओवरफ्लो हुआ था. अबकी बार 3 साल बाद बीसलपुर बांध का ओवरफ्लो होना तय