पांच राज्यों में नवम्बर में वोटिंग-3 दिसम्बर को नतीजे Voting in November in five states - results on December 3

पांच राज्यों में नवम्बर में वोटिंग-3 दिसम्बर को नतीजे, Voting in November in five states – results on December 3

पांच राज्यों में नवम्बर में वोटिंग-3 दिसम्बर को नतीजे, Voting in November in five states – results on December 3

 

इस साल के अंत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इन राज्यों में 7 से 30 नवंबर तक विधानसभा चुनाव होंगे। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। राजस्थान में 23 नवंबर और मिजोरम में 7 नवंबर को चुनाव होगा। तेलंगाना में 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 3 दिसंबर को वोटों की गिनती बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे।

राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों के लिए 23 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी। चुनाव आयोग के अनुसार राजस्थान में चुनाव की अधिसूचना 30 अक्टूबर को जारी होगी और उम्मीदवार छह नवंबर तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। सात नवंबर को नामांकन की जांच होगी और नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख नौ नवंबर होगी। राजस्थान विधानसभा चुनाव के तहत होने वाले मतदान में सवा पांच करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। प्रदेश में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच होता है। इस मरूधर प्रदेश में कुछ क्षेत्रीय पार्टियां भी हैं जो चुनिंदा क्षेत्रों में अपना प्रभाव रखती हैं। राज्‍य विधानसभा के पिछले चुनाव (2018) में कुल 200 सीटों में कांग्रेस को 99 व भाजपा को 73 सीटें मिलीं थीं। अशोक गहलोत ने 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रदेश में अभी तक न तो भाजपा, न ही कांग्रेस ने उम्मीदवारों की घोषणा की है।

छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान संपन्न होगा तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी। नक्सल प्रभावित कुछ क्षेत्रों के चलते संवेदनशील माने जाने वाले छत्तीसगढ़ में पहले चरण में सात नवंबर को 20 सीटों पर मतदान होगा तथा दूसरे चरण में 17 नवंबर को 70 सीटों पर मतदान होगा। राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण लिए 13 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी तथा 20 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। पहले चरण में नामांकन पत्रों की जांच 21 अक्टूबर को की जाएगी तथा 23 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। दूसरे चरण के लिए 21 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी तथा 30 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 31 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की छानबीन होगी तथा दो नवंबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे। इस प्रदेश में अभी कांग्रेस की सरकार है। भाजपा मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में है। साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर 15 साल बाद सत्ता में वापसी की थी। भाजपा को कुल 15 सीटें हासिल हुई थीं।

मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। आयोग के अनुसार मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 31 अक्टूबर को की जाएगी और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख दो नवंबर होगी। साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव में 109 सीटें जीती थीं। कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई। सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने। मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने अब तक तीन अलग-अलग सूचियों में 79 उम्मीदवारों की घोषणा की है और अब तक तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित कई सांसदों को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों की कोई सूची जारी नहीं की है।

मध्य प्रदेश में अब तक मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच रहा है। बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के साथ क्षेत्रीय दल गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी का भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रभाव है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी ताल ठोंकने को तैयार है और उसने अब तक 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के दो प्रमुख सदस्य आप और कांग्रेस ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे मप्र चुनाव में गठबंधन सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ेंगे या नहीं।

तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी। राज्य विधानसभा चुनाव के लिए तीन नवंबर को अधिसूचना जारी होगी तथा 10 नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। तेलंगाना में नामांकन पत्रों की छानबीन 13 नवंबर को की जाएगी तथा 15 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी उसे चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीटें जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। कांग्रेस को 19, एआईएमआईएम को सात सीटें हासिल हुई थीं। भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था।

मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए सात नवंबर को मतदान होगा तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी। मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए 13 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी तथा 20 अक्टूबर को नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की छानबीन 21 अक्टूबर को होगी तथा 23 अक्टूबर को नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे। मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर को खत्म होगा। इस पूर्वोत्तर राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है। पिछले विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने 26 सीटें जीती थीं तो जोराम पीपुल्स मूवमेंट को आठ और कांग्रेस को पांच सीटें हासिल हुई थीं।

पांच राज्यों में 16 करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 8 करोड़ से ज्यादा पुरुष मतदाता और 7.8 करोड़ महिला मतदाता हैं। 60 लाख युवा पहली बार वोट डालेंगे। पाचों चुनावी राज्यों में 679 विधानसभा सीटें हैं। सभी राज्यों में महिलाओं का वोट प्रतिशत पहले से बढ़ा है। वोटर लिस्ट 17 अक्टूबर को जारी की जाएगी। 23 अक्टूबर तक इसमें सुधार किया जा सकेगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार पांचों राज्यों – मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, राजस्थान और मिज़ोरम – में कुल मिलाकर 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जिनमें से 1.01 लाख पर वेबकास्टिंग सुविधा मौजूद होगी। उन्होंने कहा कि आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को अपने केस की जानकारी देनी होगी। बुजुर्ग मतदाता घर से ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। कोई भी मतदान केंद्र 2 किमी से ज्यादा दूरी पर नहीं होगा। आदिवासियों के लिए अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। चुनाव आयोग ने सभी देसवासियों से बढ़-चढ़कर मतदान करने की अपील की है।

पांच राज्यों में नवम्बर में वोटिंग-3 दिसम्बर को नतीजे, Voting in November in five states – results on December 3

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