ओउमाश्रय सेवा धाम में भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर हुआ रक्तदान व
चिकित्सा शिविर
*ओउमाश्रय सेवा धाम में भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर हुआ रक्तदान व चिकित्सा शिविर
ब्रम्ह शक्ति से अराजकता पर नियंत्रण हेतु दी आहुतियां। अराजक होते राष्ट्र को मृत्यु से बचाने परशुराम जैसी ब्रह्म शक्ति की हुंकार जरूरी” यश”
जयपुर, वेदनिष्ठ भगवान परशुराम ने अनेकों बार राजमद में डूबे क्षत्रियो से राष्ट्र को अराजकता में धकेलकर मरने से बचाया।
उक्त कथन वैदिक चिंतक ओउमाश्रय संस्थापक यशपाल यश ने यहां आयोजित परशुराम जन्मोत्सव पर हुए यज्ञ, रक्तदान एवं चिकित्सा शिविर में व्यक्त किए।

- यश ने उपनिषद की चर्चा करते हुए कहा कि अराजक राष्ट्र मृतक समान होता है। यश ने देश में दुखद आतंकवादी घटनाओं से राजनीतिक लाभलेने वालों पर ब्रम्हाशस्त्र चलाने हेतु वेदनिष्ठ भगवान परशुराम जैसी ब्रह्मशक्ति से शांति का
साम्राज्य स्थापित करना चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक पार्षद रामावतार गुप्ता एवं पवन आर्य ने बताया कि इस अवसर पर पंकज श्रेयांस, नीरज, शुभम, पंकज, रविन्द्र रोहित, अभिषेक, सचिन, चेतन, अमित, शिवम, राकेश सहित अनेकों ने रक्तदान किया।
संचालन सहयोगी भगवान दास गर्ग के अनुसार यज्ञ में सोहनलाल मित्तल स्मृति ट्रस्ट की अध्यक्ष श्रीमती मोहिनी गुप्ता, श्रीमति विजय लक्ष्मी मजूमदार, श्रीमति मालती गुप्ता, सुभाष शर्मा, रमेश चंद्र गुप्ता, श्रीमती मोनिका, *श्रीमति आशा एवं शुभम मुख्य यजमान रहे। भारत विकास परिषद के सुनील गुप्ता, देवेन्द्र श्रीवास्तव सहित दर्जनों सदस्य मौजूद रहे। सेठ लक्ष्मी नारायण स्मृति संस्थान जयपुर के दीपांकर भी आयोजन सहयोगी रहे।

चिकित्सा शिविर में डॉ सुनीता गुप्ता ने परीक्षण परामर्श उपचार एवं दवाइयां प्रदान की।
कार्यक्रम शांति पाठ एवं भोजन प्रसादी के साथ सम्पन्न हुआ।