गायत्री जयंती 11 जून को मनाई जाएगी। मान्यता है कि ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवी गायत्री का जन्म हुआ था। इस दिन विधि-विधान से माता की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि गायत्री माता की आराधना करने से मानसिक शांति मिलती है। वह घर में सुख-समद्धि आती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार गायत्री जयंती की तिथि 10 जून सुबह 7.25 मिनट से शुरू होगी। वह समापन 11 जून सुबह 5.45 मिनट पर होगा। उदयातिथि 11 जून को पड़ रही है। इसलिए गायत्री जयंती 11 जून को मनाई जाएगी।
गायत्री जयंती 2022: पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्द उठें। स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें। गंगा जल से घर और मंदिर को शुद्ध करें। चौकी पर पीला या लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। माता गायत्री की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें। देवी को फूल अर्पित करें। दीप और धूप जलाएं। हाथ में गंगा जल लेकर व्रत और पूजा का संकल्प लें। इसके बाद गायत्री मंत्र का जाप करें। आरती करें और माता को भोग लगाएं।
गायत्री मंत्र का जाप सूर्योदय से पहले करना शुभ माना जाता है। मंत्र का जाप दोपहर के समय भी कर सकते हैं। गायत्री मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए। पीले रंग के कपड़े पहनकर इस मंत्र का जाप करना शुभ माना गया है। गायत्री मंत्र का जाप करने से सभी कष्ट दूर होते हैं।
नारायण सेवा ज्योतिष संस्थान
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