benefits of cinnamon
दालचीनी खाने के फायदे और इनके खूबी को जाने वैसे तो भारत में मिलनी बाली हर मसाला किसी दबा से कम नहीं ना इसे सब खाने में इस्तेमाल किया जाता हैं बल्कि इसके कई और गुण भी हैं इसिमेसे एक मसाला हैं दालचीनी जो हर भारतीय की रसोई में पाया जाता हैं जो किसी दबा से कम नहीं जी हा दालचीनी में कई ऐसे गुण हैं जिसे जानकर आप चौक जायेंगे । इसे खाने से नाही आप स्वस्थ रहेंगे बलिकी इससे बहुत सारि बीमारीका इलाज भी किया जा सकता हैं । दालचीनी खाने के फायदे दालचीनी के औषधीय उपयोग दालचीनी और सहद अगर दालचीनी में सहद मिलाके खानेसे काफी फ़ायदा मिलता हैं इसके नियमित सेबन से दिल की बीमारी दूर रहता हैं साथही यह हार्टअटैक जैसी खतरे को भी दूर करता हैं । अगर दालचीनी सहद के साथ गरम पानी मिलाके पिया जाये तो इसका फ़ायदा दुगना हो जाता हैं । मोटापा कम करे दालचीनी, सौंफ और मेथी तीनों एक एक चम्मच बराबर मात्रा में लेकर सुबह के वक्त उबालकर एक गिलास पानी जब आधा गिलास रह जाए तो छानकर पानी को पीने से डायबिटीज में बहुत ही गुणकारी होती है डायबिटीज को नियंत्रण करती है दालचीनी के और भी कई फायदे हैं दालचीनी के फायदे पाचन विकार के लिए एक शानदार दवा दालचीनी जुकाम के लिये है रामबाण स्त्री रोग में बहुत असरदार है दालचीनी खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए घर-घर में उपयोग होती है दालचीनी दालचीनी के कुछ अन्य शानदार लाभ जो शायद आप नहीं जानते होंगे पाचन विकार के लिए एक शानदार दवा है दालचीनी। जुकाम के लिए है रामबाण। स्त्री रोग में बहुत असरदार है दालचीनी। खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए घर-घर में उपयोग होती है दालचीनी। दालचीनी के कुछ अन्य शानदार लाभ जो शायद आप नहीं जानते होंगे। दालचीनी का पेड़ हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भूरे लाल रंग का होता है। दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है। इसका उपयोग मसालों और दवा के रूप में किया जाता है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। दालचीनी के पेड़ के पत्तों का उपयोग खाने में मसाले की तरह किया जाता है। इन्हें तेजपत्ता भी कहा जाता है। 1. पाचन विकार के लिए एक शानदार दवा पाचन में सुधार लाने और जठर संबधी विकारों के लिए इन 4 अलग-अलग तरीकों से दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं: अपच, पेटदर्द और सीने में जलन महसूस होने पर आप दालचीनी, सौंठ, जीरा और इलायची सम मात्रा में लेकर पीस लें। इस पाउडर को गरम पानी के साथ लिया जाता है। दालचीनी, काली मिर्च पाउडर और शहद मिलाकर भोजन के बाद लेने से पेट की परेशानी नहीं होती। जी मचलना, उल्टी और दस्त रोकने के लिए दालचीनी का पानी लिया जाता है। कब्ज और गैस की समस्या कम करने के लिये दालचीनी के पत्तों के चूर्ण का काढ़ा बना कर लिया जाता है। 2. दालचीनी जुकाम के लिये है रामबाण चुटकी भर दालचीनी पाउडर पानी में उबालकर, उसी में चुटकी भर काली मिर्च पाउडर और शहद डालकर लेने से सर्दी-जुकाम, गले की सूजन एवं मलेरिया कम हो जाता है। 3. स्त्री रोग में बहुत असरदार है दालचीनी गर्भाशय के विकार और गनोरिया में दालचीनी का उपयोग किया जाता है। प्रसव के बाद एक महीने तक दालचीनी का टुकड़ा चबाने से गर्भधारणा को टाला जा सकता है। दालचीनी से माता के स्तन का दूध बढ़ता है। गर्भाशय का संकुचन होता है। 4. खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए घर-घर में उपयोग होती है दालचीनी दालचीनी के पत्ते और छाल के उपयोग से केक, मिठाई और खाने का स्वाद बढ़ाया जाता है। दालचीनी का तेल, इत्र, मिठाईयों और पेय में उपयोग किया जाता है। 5. दालचीनी के कुछ अन्य शानदार लाभ जो शायद आप नहीं जानते होंगे वीर्य वृद्धि के लिये दालचीनी पाउडर सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ लें। ठंड की वजह से सिरदर्द हो तो दालचीनी पानी के साथ पीसकर सिरपर लगायें। मुंह की दुर्गंध और दांत की दवा में दालचीनी का उपयोग किया जाता है। मुहासे कम करने के लिये दालचीनी का चूर्ण नींबू के रस में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। खसरा निवारक के तौर पर दालचीनी का उपयोग किया जाता है। दालचीनी के घटक पदार्थ प्रोटीन कार्बोहाईड्रेट फॉस्फोरस सोडियम पोटॅशियम थायामीन रिबोफ्लेविन निआसीन विटामिन A और C दालचीनी स्वाद में तीखी मीठी होती है। दालचीनी ऊष्ण, दीपन, पाचक, मुत्रल, कफनाशक, स्तंभक गुणधर्मों वाली है। मन की बेचैनी कम करती है। यकृत के कार्य में सुधार लाती है। स्मरण शक्ति बढ़ाती है।
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