Anuradha Nakshatra


अनुराधा नक्षत्र:
17- अनुराधा : नक्षत्र में छिपकर पाप कार्य करने की प्रवृत्ति होती है । ये लोग प्राय : गुप्त रूप से दुर्व्यसनों के शिकार होते हैं , लेकिन उसे खुले तौर पर नहीं अपनाते हैं । इन लोगों को घर से बाहर रहने का मौका होता है । ये लोग एक स्थान पर टिक नहीं पाते । बदलाव के फेर में सदा उठा पटक करते रहते हैं । अपनी योग्यता व चतुराई से प्रायः ये लोग अच्छी सम्पत्ति भी अर्जित कर लेते हैं । कम अवस्था में ये लोग प्राय : घर से दूर चले जाते हैं । भ्रमणशील . अस्थायी भाग्य व तेजस्विता मिलकर इनका व्यक्तित्व बनता है । ये जहाँ रहते हैं वहाँ के समर्थ लोगों से सम्पर्क बना लेते हैं । इनकी पुतलियाँ बिल्कुल काली नहीं होती हैं , लेकिन पैतृक गुणों से इनमें तारतम्य अवश्य रहता है । ( नारद )
ये लोग प्रायः शीघ्र मित्रता स्थापित कर लेते हैं । इनको थोड़ी ख्याति भी मिलती है । कला में ये लोग प्रवीण होते हैं । अर्थात् कोई हुनर अवश्य जानते हैं । ॥ पराशर )
ये लोग अपनी बिरादरी में अच्छा स्थान रखते हैं । जैसे – तैसे अपना काम निकालने में ये लोग बड़े होशियार होते हैं । इन्हें प्रायः पुत्रसुख प्राप्त होता है । अनुराधागत चन्द्रमा पर यदि मंगल व बुध की दृष्टि हो और शुक्ल पक्ष में जन्म हो तो ये लोग विशाल सम्पत्ति बना लेते हैं ।
उच्च विचारवाला , ईमानदारी से कार्य करने वाला , स्वधर्म – प्रेमी , नये विचारों का स्वागत करने वाला , दर्शन , वेद और ज्योतिष में तीव्र रुचि रखने वाला , सम्मान पाने वाला , पितृ – सुख से वंचित , काम निकालने में चतुर , कला – निपुण , पढ़ने में परिश्रमी , बचपन में दुःख उठाने वाला , उन्नतिशील , दूसरों की बात समझने व उनको समझाने वाला , उच्च कोटि का कार्यकर्ता तथा संगीत में रुचि रखने वाला ।
? प्रथम चरण में गोरा रंग , बड़ी व विशाल बाजू व छाती , ताम्रवर्ण नेत्र , घमंडी लोगों का मान मर्दन करने वाला , साहसी , घने बालों वाला होता है ।
? द्वितीय चरण में बुद्धिमान् , मजबूत कन्धे व भुजाएँ , यत्नपूर्वक धन इकट्ठा करने वाला , साफ बात बोलने वाला , मजबूत शरीर , गोरा रंग , सुन्दर रसीले होंठों वाला होता है ।
? तृतीय चरण में परस्त्री में रत , विद्रोहकर्ता , काम के लिए प्रेरित करने वाला , धैर्यशाली , लम्या कद , साँवला , काले बाल , काली पुतली , अभिनय प्रेमी , बालों से युक्त भारी कन्धों वाला होता है ।
? चतुर्थ चरण में गंभीर प्रकृति , चपटी सी नाक , ताम्र वर्ण नेत्र . धैर्यशाली , कोमल पेट , कठिन कार्य करने वाला , ढीले लेकिन मजबूत शरीर वाला , यशस्वी होता है ।
? कारकत्व ?
सन्धिविग्रह कराने वाले , वास्तुकर्म करने वाले , नेता , परिहास कुशल , मनोरंजक कार्य करने वाले , यात्राप्रिय , सर्दी में पैदा होने वाली फसलें , गुड़ , चीनी आदि , पार्टीबन्दी करने वाले , यूनियन लीडर आदि
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? यह एक सामान्य जानकारी है कोई आवश्यक नहीं है कि आपके जीवन से सभी बातें मिलान करें ।
कुंडली में विराजम ग्रहों के अनुसार फलादेश में परिवर्तन होता है ।
नारायण सेवा ज्योतिष संस्थान